हमर राज पार्टी के दस्तक से उठी धुवाँ l
क्या? कांग्रेस उम्मीदवार के लिए बनेगी खाई और कुआं l
डोंगरगाँव// डोंगरगांव विधानसभा मूल रूप से कांग्रेसियों का गढ़ रहा है जहां कांग्रेस पार्टी ने लगातार जीत हासिल करते रहे है इसके पीछे मूल रूप से आदिवासी समाज का बड़ा सहयोग दिखाई देते रहा है l लेकिन इस बार के चुनाव में कुछ नया समीकरण ने अपना दस्तक दे दी है जिससे कांग्रेस पार्टी को भारी नुकसान होने की संभावना दिखाई दे रहा है l जिसका फायदा बीजेपी को हो सकता है l सरकारी आंकड़ों को माने तो लगभग 2 लाख मतदाता वाले इस विधानसभा में 73000 मतदाता केवल आदिवासी समाज से है वही 38000 मतदाता साहू समाज से और 28000 मतदाता लोधी समाज से हैं जो पूरी तरह चुनावी समीकरण को बदलने बिगाड़ने में अपना प्रभाव दिखा सकते हैं l पिछले 10 चुनाव का आकलन करें तो लगातार जहां पांच बार कांग्रेस पार्टी से गीता देवी सिंह ने चुनाव मे जीत हासिल की, वही दो पंचवर्षीय में तीन बार भाजपा के उम्मीदवारों ने भी अपनी जीत हासिल की थी उसके बाद से लगातार दो बार फिर कांग्रेस पार्टी ने अपनी विरासत को सुरक्षित रखने में कामयाब रहा लेकिन इस जीत के लिए आदिवासी समाज का एक बड़ा योगदान रहा इन संभावनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता जहां आदिवासी समाज जो हमेशा कांग्रेसी चेहरा माने जाते रहे हैं l लेकिन स्थानीय विधायक के बर्ताव व व्यवहार से परेशान मतदाता इस बार क्षेत्र से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कसते दिखाई दे रहे हैं l पिछले 10 सालों के कार्यकाल में विवादों का सुर्खियों में रहा विधायक अपने बेबाक बोली वचन के लिए भी प्रसिद्ध रहा है जहां अवैध शराब की नदियां, रेतो की अवैध उत्खनन लगातार ठेको व कमीशन बाजी में चलता रहा है वही स्थानीय लोगों के खिलाप कार्रवाई भी जमकर हुई है जिसे लेकर भारी विरोधों का आवाज गूंज रही है और तो और कांग्रेस की सरकार से नाराज समाज इस बार का समीकरण को बदलने के लिए सामाजिक ताना – बाना के साथ मैदान में उतर आए हैं l जिससे कांग्रेस को भारी नुकसान व भाजपा को फायदा होने साथ त्रिकोणीय चुनाव होने की संभावना भी प्रबल हो गई है l